Business ideas: इस बिजनेस से पहले साल हर महीने होगी 30,000 की इनकम, लेकिन पांचवें साल पहुंच जाएगी 1 करोड़ टर्नओवर

Business ideas: किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए तत्कालीन सामाजिक रूझान की परख बहुत जरूरी है। ये जरूरी नहीं है कि आप कोई तकनीकी या मशीनरी वाला ही धंधा करें। बल्कि उससे थोड़ा अलग हटकर कुछ सामाजिक सरोकार वाले विषयों को लेकर अपना खुद का सेंटर खोल सकते हैं और कम पूंजी में ही नाम, शोहरत व दौलत सब हासिल कर सकते हैं।

यहां हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे स्टार्टअप बिजनेस के बारे में जिसमें पहले 3 साल कड़ी मेहनत करने के बाद यदि आप अपने बिजनेस का एक ट्रेंड बना कर डेडीकेशन के साथ आगे ले जाएंगे तो पांचवें साल तक आप एक करोड़ का टर्नओवर प्राप्त कर सकते हैं। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि इसके स्टार्टअप में इन्वेस्टमेंट केवल ₹200000 का है।

   

आज के पेरेंट्स की मानसिकता को समझें

आजकल सभी पेरेंट्स अपने बच्चों को सफल बनाना चाहते हैं और इसके लिए वे अपना हर संभव प्रयास करते हैं। ऐसे में पेरेंट्स चाहते हैं कि एक सफल इंसान बनने के साथ-साथ उनके बच्चे मेंटली भी बिल्कुल फिट रहें। लेकिन इसमें सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि बच्चों की मेंटल हेल्थ के बारे में बताने वाला उन्हें कोई नहीं मिलता। आप अपने स्टार्टअप के द्वारा इस प्रॉब्लम को आसानी से सॉल्व कर सकते हैं। दिल्ली के मनोचिकित्सक डॉक्टर आरके बंसल व मनोवैज्ञानिक डॉक्टर रश्मि, एमिटी स्कूल की प्रिंसिपल रेणु सिंह और ऐसे कई विशेषज्ञ हैं जो हमें बताते हैं कि पैरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे का आईक्यू लेवल पता किया जाए व पेरेंट्स ये भी जानना चाहते हैं कि बच्चे का आईक्यू लेवल कितना है जिससे वह निर्धारित कर सकें कि लेवल 120 तक पहुंचने के लिए उन्हें और क्या करने की जरूरत है।

ऐसे करें शुरुआत

इस स्टार्टअप को स्टार्ट करने के लिए सबसे पहले आपको कुछ मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक से मिलना है व उनके माध्यम से आईक्यू लेवल टेस्ट करने का एक फूल प्रूफ फार्मूला तैयार करना है। इसके बाद अपना एक लैब बनाकर ट्रायल शुरू कर दीजिए। शुरुआत में आप अपने इस काम के लिए मिनिमम फीस लें और ज्यादा से ज्यादा पेरेंट्स और बच्चों को अपनी तरफ आकर्षित करें इसके बाद आप अपना खुद का ब्रांड लॉन्च कर सकते हैं।

क्या होना चाहिए शैक्षिक मानदंड?

बात यदि इस स्टार्टअप बिजनेस के लिए एजुकेशन की करें तो आपका ग्रेजुएट अथवा पोस्ट ग्रेजुएट होना तो अनिवार्य है ही पर साइंस स्टूडेंट्स के लिए इस बिजनेस में सफलता की संभावना और अधिक बढ़ जाती है। एमबीए अथवा इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने वाले स्कॉलर इस बिजनेस को ऊंचाइयों तक ले जाने में बहुत समर्थ होंगे। इस स्टार्टअप बिजनेस में कम से कम तीन अलग-अलग सब्जेक्ट के को-फाउंडर की जरूरत होगी। यह स्टार्टअप बिजनेस हाउसवाइफ महिलाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। जैसा कि हमेशा माना जाता है कि बच्चों के मामले में महिलाएं ज्यादा संवेदनशील और समझदार होती हैं तो इस स्टार्टअप बिजनेस के लिए महिलाओं के सफल होने की ज्यादा संभावना है और यही गुण उन्हें उनके बिजनेस को शिखर तक पहुंचने में सहायता कर सकता है।

सेवानिवृत्त शासकीय कर्मचारियों के लिए बेहतरीन अवसर

यदि सेवानिवृत्ति शासकीय कर्मचारी इस बिजनेस में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बड़ी उपलब्धियों का कारण बन सकता है क्योंकि दूसरों की तुलना में आपकी सबसे बड़ी विशेषता यह होगी कि आप इस फार्मूले को पेटेंट करवा सकते हैं। ऐसे लोग पूर्व के अनुभवों का लाभ उठाकर विशेषज्ञों की टीम चयन में दूसरों से बेहतर साबित हो सकते हैं।

कम लागत में अधिक कमाई

इस स्टार्टअप बिजनेस में बड़ी कमाई की संभावना बन जाती है क्योंकि आईक्यू लेवल टेस्ट करें की फीस लगभग 5000 रूपए के आसपास होती है और इस पर आपका खर्च अधिकतम 500 रूपए का भी नहीं होता। दूसरी बात इस फील्ड में अधिक प्रतिस्पर्धा भी नहीं है इसलिए आपको इसमें बहुत तेजी से सफलता प्राप्त हो सकती है। इसके साथ ही यदि आप इसमें फ्रेंचाइजी डिस्ट्रीब्यूशन का काम शुरू कर देते हैं तो आपकी कमाई देखते ही देखते आपकी कल्पना से परे हो सकती है।

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