Business Ideas: एजुकेशन पूरी करने के बाद हममें से हर किसी की पहली प्राथमिकता आत्मनिर्भर बनने की होती है। यह तभी संभव है जब हम किसी व्यवसाय या नौकरी के जरिए अपने आप को सेटल कर सकें। कभी ऐसा भी होता है कि काफी प्रयास के बाद भी हमें अनुकूल नौकरी नहीं मिल पाती। ऐसी स्थिति में हम किसी तरह का व्यवसाय करने की सोचते हैं पर पर्याप्त संसाधन व पूंजी ना होने के कारण अपनी योजना को क्रियान्वित नहीं कर पाते।
आज के आलेख में हम आपकी उपरोक्त समस्या का समाधान करते हुए एक ऐसे व्यवसाय को करने की युक्ति बताएंगे जिसकी मांग घर-घर में हर रोज होती है। यदि आप भी ऐसे ही किसी डिमांडिंग व्यवसाय को करने की योजना बना रहे हैं तो हमारे आलेख को अंत तक पढ़कर अपनी योजना को व्यावहारिक रूप दे सकते हैं।
कटलरी के कारोबार से शुरू करें व्यापार
यदि आप कटलरी का धंधा शुरू करते हैं और धैर्य व मेहनत के साथ उसमें टिके रहते हैं तो यकीन मानिए कुछ ही समय में आप लखपति बनने से आगे का रास्ता तय करने लगेंगे। इस धंधे में आपको एक ही बार पूंजी लगानी है, उसके बाद निरंतर बढ़ती डिमांड के कारण बढ़ी सप्लाई के साथ मुनाफा भी बढ़ता जाएगा और दोबारा निवेश करने जैसी स्थिति का सामना नहीं करना होगा।
मुद्रा लोन स्कीम के जरिए मिलेगी सरकारी सहायता
कटलरी का धंधा करने वालों के लिए मोदी सरकार ने मुद्रा लोन स्कीम शुरू की है। इस योजना में सरकार कटलरी का व्यवसाय करने के लिए उद्यमियों को कम ब्याज पर ऋण प्रदान कर रही है। इस धंधे में मुनाफे की संभावना अधिक होने के कारण कुछ ही समय में लागत खर्च घटाने के बाद आप अपने लाभांश से सरकार का लोन आसानी से चुकता कर सकते हैं।
कितनी आएगी लागत?
कटलरी बिजनेस को शुरू करने के लिए तकरीबन 20.79 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट करना होगा। इस धंधे में आप अपने साथ 10 -12 अन्य लोगों को भी शामिल कर उन्हें रोजगार दे सकते हैं। इस व्यवसाय में जमीन, प्लांट, फर्नीचर, मशीनरी व काम करने के लिए पर्याप्त पूंजी की जरूरत होगी। जहां तक मशीनरी का सवाल है तो उसमें इलेक्ट्रोप्लेटिंग मशीन, बफिंग व पॉलिशिंग मशीन के साथ ही कुछ अन्य टूल्स की भी जरूरत पड़ सकती है।
मुनाफा
खादी ग्रामोद्योग की प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार कटलरी के धंधे में आपकी बिक्री तकरीबन 1.22 करोड़ रुपए वार्षिक होगी। इसमें उत्पादन लागत लगभग 94 लाख 50 हजार रुपए आएगी। इस प्रकार आपका ग्राॅस प्रॉफिट लगभग 27.84 लाख रुपए का होगा।
अब उपरोक्त में से सारे खर्च घटाने के बाद आपका शुद्ध लाभ करीब 12 लाख रुपए वार्षिक होगा। इस प्रकार आप प्रतिमाह ₹1,00000 की कमाई आराम से कर सकते हैं।