Chanakya Niti: महिला और पुरुष भूलकर भी ना करें ये काम, वरना जवानी में आ जाएगी बुढ़ापा

Chanakya Niti: भारतीय इतिहास के सबसे बड़े ज्ञानी, राजनीतिज्ञ व समाजशास्त्री चाणक्य उन प्रभावशाली व्यक्तियों में से थे, जिन्हें आज भी उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए याद किया जाता है। अपार बुद्धि के धनी इस मनुष्य ने अपने ज्ञान से पूरे समाज का कल्याण किया। इतना ही नहीं, उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक “अर्थशास्त्र” को पढ़कर लोग आज भी अपने जीवन के हर क्षेत्र में लाभ उठाते हैं। आज हम उनके द्वारा बताई गई उस नीति (Chanakya Niti) का उल्लेख करने जा रहे हैं, जिसमें उन्होंने इंसान के जल्दी बूढ़े होने के कारण व इसका निवारण बताया था।

इंसान इन हरकतों के चलते होता है जल्दी बूढ़ा

मॉर्य सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु आचार्य चाणक्य ने “अर्थशास्त्र” नामक ग्रंथ लिखकर न केवल उस समय के लोगों का भला किया। बल्कि आज के मॉडर्न युग में भी लोग उनके द्वारा दिए गए उपदेश व नीतियों (Chanakya Niti) का पालन कर अपने लिए एक बेहतर जीवन का निर्माण करते हैं। बता दें कि इस महान व्यक्तित्व ने अपनी सारी नीतियों में से एक नीति में यह भी बताया कि इंसान अपनी किन हरकतों के चलते जल्दी वृद्धावस्था की तरफ चल पड़ता है। यानि जवानी से बूढ़ापे का सफर वह तनिक समय में ही तय कर लेता है।

   

चाणक्य की बहुत सारी नीतियों में से एक नीति (Chanakya Niti) ये भी है जहां उन्होंने मनुष्य के जल्दी बूढ़े होने के कारण बताए हैं। दरअसल उनके अनुसार अधिक यात्रा करने वाले इंसानों में जल्दी बूढ़े होने का खतरा होता है। इसके पीछे उन्होंने यह तर्क दिया कि ऐसे लोगों की दिनचर्या अच्छी नहीं होती। यानि उनके खाने-पीने, सोने-जागने का कोई ठिकाना नहीं होता। सफर में होने वाली भागदौड़ के चलते वह अपना ध्यान नहीं रख पाते। ऐसी स्थिति में उन्हें अपना अतिरिक्त खयाल रखने की जरूरत है।

औरतों के जल्दी बूढ़े होने का ये है बड़ा कारण

आचार्य चाणक्य ने पुरुषों की तरह महिलाओं के बूढ़े होने के कारण बताए हैं। उनमें से एक ऐसा कारण है, जिसे जानकर आप हतप्रभ रह जाएंगे। दरअसल चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के मुताबिक औरतें जिन्हें समय-समय पर शारीरिक सुख नहीं मिलता है, उनमें जल्दी बूढ़ें होने की प्रवृत्ति पाई जाती है। यानि उन्हें उनके पसंदीदा मर्द के साथ संभोग लंबे समय तक जवान रखने में मदद करता है। स्त्रियों को वैसे पुरुष ज्यादा लुभाते हैं, जो शांत स्वभाव के होते हैं। साथ ही वह उनकी बात सुनने वाला होना चाहिए।

चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में बताया गया है कि घोड़े भी जल्दी बूढ़े हो जाते हैं। इसके पीछे की वजह है उन्हें ज्यादा समय तक बांधकर रखा जाना। यानि जो घोड़े भागते-दौड़ते नहीं है, शारीरिक श्रम नहीं करते वह लंबे समय तक जवान नहीं रह पाते। उनके मालिकों को चाहिए कि वह दिन में एक बार अपने घोड़े को खुल मैदान में ले जाकर उन्हें भागने-दौड़ने दें। उन्हें अस्तबल में बांधे-बांधे रखने से जल्द ही वृद्धावस्था उन्हें घेर लेती है।

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