हर कोई चाहता है कि वह नौकरी ना करके कोई सा बिजनेस करें लेकिन वह किसी न किसी कारण वस बिजनेस नहीं कर पाते हैं। ऐसा ही देखने को मिला है, कि बैंक का नौकरी छोड़कर बिजनेस में हाथ लगाया और अब वह सब्जियों की खेती कर के सालों का लगभग 50 लाख रुपए कमा रहे हैं।
जैसे कि आप सभी को पता ही है बिहार कृषि के मामले में और खेती किसानों के मामले में सबसे प्रसिद्ध मानी जाती है फलों सब्जियों की खेती करके करोड़ों रुपए कमाते आ रहे हैं।आज हम आप सभी को बताएंगे कि कैसे एक किसान एक कृषि व्यवसाय को लाभकारी वेबसाइट के रूप में बदल देता है, और साथी या कृषि के रूप में एक नया मिसल बना रहे हैं।
आप सभी के मन में आया ही होगा कि ऐसा कौन सा व्यक्ति है।जो बैंक का अच्छा खासा नौकरी छोड़कर सब्जियों का व्यापार करना शुरू कर तो बताते हैं।आप सभी को बिहार के विनय कुमार जो की पूर्व बिहार में SBI बैंक में जॉब करते थे साथी उनका बचपन से सपना था कि वह बिजनेस करें जिसे देखते हुए उन्होंने नौकरी छोड़कर बिजनेस करने का फैसला किया उन्होंने वर्ष 2014 में लगभग 50 बीघा में सब्जियों की खेती के उनका कहना है।कि उनकी इस सब्जी की खेती में काफी वृद्धि देखने को मिला तब से हुआ महीने का लाखों रुपए कमा रहे हैं।
आदिवासी फसलों का यानी की आदिवासी फसलों का मतलब गोभी तरबूज खरबूज खीर कद्दू पपीता के लिए होती है।इन सब्जियों की खेती को लेकर किसने की आमदनी में अच्छा खासा वृद्धि देखने को मिल रहा है, और इसके साथ-साथ बाजारों में उत्पादन की मांग बढ़ती ही जा रही है।
मुकेश कुमार बिहार के पटना जिले के रहने वाले हैं।वह पटना से करीब 20 किलोमीटर दूरी पर बेटा में जमीन लेकर सब्जियों का खेती करते आ रहे हैं कृष्ण और मुकेश कुमार के साथ उनके दो दोस्त जिनके नाम रंजीत मिश्रा और रंजन शर्मा इन दोनों के साथ हुआ खेती कर रहे हैं अगर इन तीनों की मुनाफों की बात करें तो तो यह सब्जी बेचकर हर साल 50 लख रुपए का मुनाफा कमाते हैं।किसान विनय राय का कहना है कि वह लगभग 9 साल पहले मुंबई के एक बैंक में जॉब करते थे लेकिन उनका सपना खेती करके अपना बिजनेस स्टार्ट करने का था। जिसके वजह से उन्होंने बैंक का नौकरी छोड़कर खेती करना शुरू कर दिया आज के तारीख में वह लगभग 10 एकड़ में खीर अप जाते हैं।इसके बावजूद तरबूज खरबूज की खेती भी करते हैं।उन्होंने बताया है कि पिछले वर्ष 25 लख रुपए का पपीता सील किए थे इसीलिए उन्होंने नौकरी छोड़कर 2014 में खेती करके आज सालों का करोड़ों रुपए कमाते हैं।